प्लास्टिसिटी टेस्ट: इसे कभी-कभी "पेंसिल टेस्ट" कहा जाता है। एक नम मिट्टी के नमूने को एक गेंद में आकार दें और इसे धागे में लगभग 1/8-इंच व्यास में रोल करने का प्रयास करें। चिपकने वाली मिट्टी बिना टूटे 1/8-इंच के धागे में लुढ़क जाएगी।
शुष्क शक्ति परीक्षण: अपने हाथ में सूखी मिट्टी का नमूना लें। यदि मिट्टी सूखी है और अपने आप उखड़ जाती है या मध्यम दबाव के साथ अलग-अलग दानों या महीन पाउडर में बदल जाती है, तो यह दानेदार है। यदि मिट्टी छोटे-छोटे टुकड़ों में टूट जाती है जिसे तोड़ना मुश्किल होता है, तो यह बजरी, रेत या गाद के साथ मिश्रित मिट्टी हो सकती है।
अंगूठा भेदन परीक्षण: यह परीक्षण मोटे तौर पर एक नमूने की अपरिमित संपीडन शक्ति का अनुमान लगाता है। मिट्टी के नमूने में अपना अंगूठा दबाएं। यदि नमूना कठोर दबाव का प्रतिरोध करता है, तो यह टाइप ए मिट्टी हो सकती है। यदि प्रवेश करना आसान है, तो नमूना टाइप सी हो सकता है।
पॉकेट पेनेट्रोमीटर: असीमित संपीडन शक्ति का अधिक सटीक अनुमान प्रदान करते हैं। ये उपकरण संतृप्त चिपकने वाली मिट्टी की अपरिबद्ध संकुचित शक्ति का अनुमान लगाते हैं। जब नमूने में धकेला जाता है, तो एक संकेतक आस्तीन टन प्रति वर्ग फुट या किलोग्राम प्रति वर्ग सेंटीमीटर में एक अनुमान प्रदर्शित करता है।
मिट्टी की गुणवत्ता की जाँच !
Reviewed by F Kisaan
on
जून 04, 2023
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